मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इगास पर्व के अवसर पर दून विश्वविद्यालय परिसर में राठ जन विकास समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इगास पर्व के शानदार आयोजन के लिये समिति के सदस्यों को बधाई दी तथा स्वयं भी भेलो खेलकर इस पर्व के आयोजन में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हमारे लिये नये उत्तराखण्ड के निर्माण के संकल्प लेने का भी दिन है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माणा गांव के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये गये स्थानीय उत्पादों की प्रदर्शनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि माताओं व बहनों ने बहुत अच्छा काम किया है। यह हमारी मातृ शक्ति का भी सम्मान है। प्रधानमंत्री ने वोकल फॉर लोकल का जिक्र करते हुए देशवासियों से आग्रह किया कि जहां भी जाएं एक संकल्प करें कि यात्रा पर जितना भी खर्च करते हैं उसका कम से कम 5 प्रतिशत वहां के स्थानीय उत्पाद खरीदने पर खर्च करें। इससे राज्य के उत्पादों को बढ़ावा मिलने के साथ देश व दुनिया में उनकी पहचान भी बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमारी संस्कृति को भी पहचान दिलाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य निर्माण मे हमारी मातृशक्ति का बड़ा योगदान है। अपनी मातृशक्ति के सम्मान के प्रति हम प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनके द्वारा माणा को भारत के अन्तिम गांव की बजाय देश का पहला गांव कहे जाने पर मुहर लगाते हुए कहा कि अब तो उनके लिये भी सीमाओ पर बसा हर गांव देश का पहला गांव ही है। यह हमारे सीमान्त क्षेत्र के निवासियों के भी सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि 21 अक्टूबर को सीमान्त गांव माणा में ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। प्रधानमंत्री का यह संदेश हमें निरंतर उत्तराखण्ड देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने की प्रयासों की प्रेरणा देने वाला है।
इस अवसर पर सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व विधायक गणेश गोदियाल, मेयर सुनील उनियाल गामा, कुलपति दून विश्वविद्यालय सुरेखा डंगवाल, मे.ज. सेनि. गम्भीर सिंह नेगी, गुलाब सिंह रावत के साथ ही समिति के सदस्यगण तथा बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थे।