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HomeExclusiveसागर और पर्वतों के बिना हमारी जीवन रूपी रेखा अधूरी -सीएम धामी

सागर और पर्वतों के बिना हमारी जीवन रूपी रेखा अधूरी -सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुंबई कौथिग सीजन 15 में प्रवासी उत्तराखंडियों से साल में एक बार मातृभूमि आने की अपील की। उन्होंने कहा कि खुद को तथा अपने बच्चों को अपने गांव से, अपने मूल निवास से जोड़े रखिए। अपने ग्राम देवता, अपने कुल देवी-देवता से जोड़े रखिए। उन्होंने वहां मौजूद मुंबई वासियों से कहा कि वे सभी उत्तराखंड अवश्य आएं और प्रदेश की विशेषताओं का आनंद लें।सीएम ने कहा कि मुंबई में देवभूमि स्पोर्ट्स फाउंडेशन जैसी संस्थाएं न केवल अपने सामाजिक दायित्व को पूरा कर रही हैं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन में भी अहम भूमिका निभा रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संपूर्ण देश में जो सांस्कृतिक पुनर्जागरण का महाअभियान चल रहा है, उसमें उत्तराखंड भी योगदान दे रहा है। उत्तराखंड में अब हम जल्द समान नागरिक आचार संहिता को भी लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।

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