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‘नेशनल डॉक्टर्स डे‘ पर सेवा और समर्पण के लिए सम्मानित किए गए 22 डॉक्टर और 13 संस्थाओं के प्रतिनिधि

आज नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर देहरादून में चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 समारोह का आयोजन किया गया। देहरादून के सहारनपुर चौक स्थित होटल एलएसी में उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन व विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं पर विचार गोष्ठी व चिकित्सा सेवा सम्मान-2024 का आयोजन किया गया। इस मौके पर चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान दे रहे राज्य के विभिन्न जनपदों के 22 चिकित्सकों के साथ ही स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही 13 संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी सम्मानित किया गया। संस्था ने चिकित्सकों को व स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं को सम्मानित कर समाज में एक सकारात्मक संदेश देने का प्रयास किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव राकेश बिजल्वाण ने किया।

डॉक्टर्स डे के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में सबसे पहले अतिथियों ने दीप जलाकर समारोह का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, निदेशक चिकित्सा शिक्षा व प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज आशुतोष सयाना, सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज के निदेशक ललित जोशी, केयर कॉलेज हरिद्वार के निदेशक आरके शर्मा, आरोग्यम कॉलेज रूड़की के निदेशक संदीप केडिया ने शिरकत की। विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के संरक्षक डॉ एसडी जोशी ने संस्था द्वारा पिछले 10 सालों में किये गये कार्यों की जानकारी दी।

धामी सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को बनाया मजबूत -प्रेमचंद
कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने नेशनल डॉक्टर्स-डे की शुभकामनाएं। मैं डॉक्टरों को सम्मान देते हुए खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं। ये वे डॉक्टर हैं, जो मरीजों की सेवा कर सेवा उनके और उनके परिजनों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरते हैं। बेहतर इलाज से दर्द और तकलीफ को कम करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में सुधार करने और डॉक्टरों को सम्मान सुनिश्चित कराने के लिए प्रतिबद्ध है। डॉक्टर्स-डे के मौके पर हम स्वास्थ्य समुदाय- डॉक्टर, नर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एएनएम्स, आशा कार्यकर्ता और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के निस्वार्थ समर्पण के लिए उनकी सराहना करते हैं। कहा कि मुझे खुशी हुई कि चिकित्सा सेवा सम्मान के लिए राज्य के प्रत्येक जनपद के दूरस्थ व दुर्गम इलाकों से चिकित्सकों का चयन किया गया है। खासतौर से जो चिकित्सक लंबे समय से पर्वतीय जनपदों में अपनी सेवायें दे रहे हैं जो कि अच्छी पहल है। उन्होंने आगे कहा, लोगों की जान बचाने के लिए डॉक्टरों की अटूट प्रतिबद्धता को हम सलाम करते हैं। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की कि मानवता के नाते गरीब मरीजों को भी पूरी तवज्जो दें।

सीमांत इलाकों में मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सेवायें -डॉ आर राजेश कुमार
स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार ने नेशनल डॉक्टर डे की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के दिशा निर्देशों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में तेजी से काम किया जा रहा है। राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवायें मिल रही हैं।  राज्य कैबिनेट ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए सेवा विस्तार देते हुए रिटायरमेंट की उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी है। जिससे हम उम्मीद कर रहे हैं कई लोग आवेदन करेंगे। उन्होंने कहा की रिटायर्ड डीजी हैं उन्होंने भी आवेदन किया है कि वो दुर्गम क्षेत्र में काम करना चाहती हैं। इसके लिए वो मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि मरीजों के साथ अच्छे से पेश आएं, दवा के साथ अगर मरीज के साथ हमारा मानवता भरा व्यवहार रहता है तो उसको जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलती है।

दूसरों की सेवा करना ही लक्ष्य -बंशीधर तिवारी
सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने नेशनल डॉक्टर्स डे की शुभकामनायें देते हुए कहा कि डॉक्टरों के अच्छे व्यवहार से मरीजों की आधी बीमारी ठीक हो जाती है। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जब सांसें उखड़ने लगती हैं, तो डॉक्टर ही भगवान के रूप में नजर आते हैं। डॉक्टरों के सेवाभाव को करीब से देखा है। डॉक्टरों की जिंदगी सात दिन और 24 घंटे की है। हर वक्त वह मरीजों के लिए जीते हैं। ऐसे जिंदगी बचाने वाले डॉक्टर को सलाम करता हूं।

डॉक्टरों के समर्पण को सलाम
निदेशक चिकित्सा शिक्षा व प्राचार्य दून मेडिकल कॉलेज ने कहा कि डॉक्टर दूसरों की सेवा करने का लक्ष्य लेकर काम करते हैं। उनकी यह सेवा सैकड़ों लोगों की चेहरे पर मुस्कान लाता है। यह सम्मान उन्हें हर कदम पर प्रोत्साहित करेगा। डॉक्टरों के समर्पण को सलाम है।

मरीजों की सेवा करने के लिए ही जीते हैं कुछ डॉक्टर
ललित जोशी ने कहा स्वस्थ जीवन हर किसी की प्रियोरिटी लिस्ट में टॉप पर होता है। उन्होंने कहा सेहत सबसे बड़ी पूंजी है, हेल्दी व्यक्ति ही लाइफ को सही तरह से एन्जॉय कर सकता है। इसमें डॉक्टर्स का रोल बहुत अहम होता है। छोटी बड़ी हर तरह की बीमारियों को डॉक्टर्स की मदद से ठीक किया जा सकता है। शायद इसलिए, इन्हें भगवान का दर्जा मिला हुआ है। हमारे समाज में बहुत से ऐसे डॉक्टर है, जो सिर्फ मरीजों की सेवा करने के लिए ही जीते हैं। तमाम डॉक्टर्स ऐसे हैं, जो छुट्टी के दिन भी मरीज के ऑपरेशन या इलाज के लिए संस्थान आते हैं। यहां तक, कि अगर मरीज के पास दवा लेने का पैसा नहीं होता है, तो वह मरीज को दवा खरीद कर भी देते हैं और पूरा इलाज का खर्चा भी खुद उठाते हैं। ऐसे डॉक्टरों को सम्मानित करते हुए गर्व की अनुभूति हो रही है।

10 साल से जारी है संस्था का सफर
          विचार एक नई सोच सामाजिक संस्था के संरक्षक प्रदेश के प्रख्यात फिजिशियन डॉ. एसडी जोशी ने कहा कि उनकी संस्था राज्य के प्रत्येक जनपद के सुदूरवर्ती क्षेत्रों का भ्रमण कर डॉक्टरों की कार्यशैली व समर्पण को देखती है। उसके बाद मरीजों के फीडबैक के आधार पर सूची तैयार होती है। हमारा प्रयास रहता है कि पूर्ण समर्पण व निष्ठा के साथ रात-दिन मरीजों की सेवा करने वाले डॉक्टरों को सम्मानित किया जाये।

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